Abhilash Tamatar Ki Kheti कब और कैसे करें | Abhilash Tomato Seed

यदि आप (Abhilash Tamatar Ki Kheti) करते हैं तो इसकी खेती से आपको बहुत अधिक लाभ होगा इसकी खेती करने के लिए सेमिनिस टमाटर के बीज की आवश्यकता होती है। इसकी खेती से लंबे समय तक फल प्राप्त होते हैं तथा इसकी बुवाई रबी, खरीफ, जायद तीनों मौसम में की जा सकती है।

अभिलाष टमाटर की खेती एक फायदेमंद अनुभव हो सकती है. सावधानीपूर्वक योजना और प्रबंधन के साथ, आप टमाटर की स्वस्थ और लाभदायक फसल पैदा कर सकते हैं।

Abhilash Tamatar Ki Kheti कैसे करें

अभिलाष टमाटर की एक हाइब्रिड कितनी है जिस का उत्पादन टमाटर की अन्य किस्मों से अधिक होता है जिसके कारण किसान इसकी खेती ज्यादा करने लगी है जिससे कि वह भी अधिक उत्पादन ले सकें किन्तु किसान अभिलाष टमाटर की खेती करते समय कुछ छोटी-छोटी गलतियां कर देते हैं जिसके कारण उन्हें अधिक उत्पादन नहीं मिल पाता है.

यदि आप भी अभिलाष टमाटर की खेती करना चाहते हैं तो इस आर्टिकल को शुरू से लेकर आखिर तक पढ़ लेंगे तो आप वह गलती नहीं करेंगे। क्योंकि यहां पर अभिलाष टमाटर की खेती से रिलेटेड सभी जानकारी उपलब्ध है जैसे अभिलाष टमाटर का बीज कहां से लें. इसकी खेती के लिए भूमि। उर्वरक, सिंचाई, बुवाई का समय, रेट, पैदावार तथा पैदावार बढ़ाने के उपाय बताए गए हैं.

सेमिनिस अभिलाष टमाटर के बीज(Abhilash Tomato Seed)

अभिलाष टमाटर की एक हाइब्रिड किस्म है तथा जिसका ब्रांड सेमिनिस है इस फल का रंग लाल होता है तथा यह बेल की तरह लगा होता है जिससे देखने में बहुत सुंदर दिखाई देता है इसीलिए लोग इसको अपने घर के गमलों (किचन गार्डन) में भी उगाते हैं. वैसे तो इसकी बुवाई तीनों मौसम में की जा सकती है परंतु बरसात के मौसम में बोई गई फसल से अधिक पैदावार प्राप्त होती है. इस बीज से तैयार फसल के फल का आकार समान और ठोस होता है।

अभिलाष टमाटर की खेती कहां होती है

(Abhilash Tamatar Ki Kheti) भारत के सभी राज्यों में की जा सकती है किंतु कुछ राज्य अभिलाष टमाटर की खेती मुख्य रूप से करते हैं जैसे – राजस्थान, हरियाणा, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, पश्चिम बंगाल, पंजाब, बिहार, मध्य प्रदेश, गुजरात, तथा महाराष्ट्र के किसान मुख्य रूप से इसकी खेती करते हैं.

भूमि

(Abhilash Tamatar Ki Kheti) सभी प्रकार की मिट्टी में आसानी से की जा सकती है गिरवी अगर हम सर्वोत्तम मिट्टी की बात करें तो इसकी खेती के लिए लोमी मिट्टी एक आदर्श मानी जाती है. जिसमें जल निकास की उचित व्यवस्था होनी चाहिए तथा इसकी खेती के लिए उपयुक्त पीएच मान 6 से 7 होना चाहिए।

अभिलाष बीज की मात्रा

अभिलाष टमाटर की खेती (Abhilash Tamatar Ki Kheti) करने के लिए 60 से 70 ग्राम प्रति एकड़ बीज की आवश्यकता होती है। अभिलाष टमाटर की बुवाई करने से पहले बीजो को बाविस्टिन या थिरम से उपचारित करना चाहिए।

जलवायु

अभिलाष टमाटर की खेती (Abhilash Tamatar Ki Kheti) के लिए जलवायु की बात करें तो इसकी खेती सभी मौसम में की जा सकती है फिर भी अच्छा उत्पादन लेने के लिए बरसात का मौसम इसकी खेती करने के लिए अच्छा होता है।

टमाटर की फसल के लिए 20 से 25 डिग्री सेंटीग्रेड तापमान उपयुक्त होता है 22 से 24 डिग्री सेंटीग्रेड तापमान पर टमाटर में लाइकोपीन पिगमेंट अधिक बनता है।

खाद एवं उर्वरक

अभिलाष टमाटर की अच्छी पैदावार लेने के लिए उचित मात्रा में उर्वरकों का प्रयोग करना चाहिए। जिसमें हम डी ए पी 25 किलोग्राम प्रति बीघा तथा पोटाश की मात्रा 15 किलो प्रति बीघा तथा साथ ही सिंगल सुपर फास्फेट का भी प्रयोग 50 किलोग्राम प्रति बीघा उपयोग करना चाहिए। तथा कुछ सूक्ष्म पोषक तत्व का भी प्रयोग करना चाहिए।

पौधों में जड़ सड़ने के कारण पौधे मुरझा कर नीचे गिर जाते हैं जिससे उत्पादन में कमी आती है इसकी रोकथाम करने के लिए फंगीसाइड थाईओ फिनेट मेथाइल (Roko) का प्रयोग ड्रिप द्वारा 500 ग्राम प्रति एकड़ उपयोग करना चाहिए।

अभिलाष टमाटर की खेती कब करें

अभिलाष टमाटर की खेती (Abhilash Tamatar Ki Kheti) रबी खरीफ और जायद मौसम में आसानी से की जा सकती है लेकिन यदि आप अभिलाष टमाटर की खेती से अधिक पैदावार लेना चाहते हैं तो आपको बरसात के मौसम में इसकी खेती करनी चाहिए। इसकी खेती का उचित समय जुलाई से लेकर सितंबर तक होता है।

सिंचाई कब करें

अभिलाष टमाटर के पौधों के लिए सिंचाई जलवायु और मिट्टी के प्रकार तथा पौधों के विकास के चरण को देखकर करनी चाहिए सिंचाई करने का एक अच्छा नियम यह है कि जब ऊपर की 2 से 3 इंच मिट्टी सूख जाए तो पौधों की सिंचाई करें। या आप मिट्टी में अपनी उंगली डालकर नमी के स्तर की जांच कर सकते हैं यदि छूने पर मिट्टी सूखी लगती है तो सिंचाई का समय हो गया है।

यदि आप पानी देने के लिए ड्रिप सिंचाई प्रणाली का उपयोग करते हैं तो पैदावार अच्छी प्राप्त होती है इसके कारण भूमि में नमी बनी रहती है और पानी की भी बचत होती है।

अभिलाष टमाटर की रेट

अभिलाष टमाटर की मांग भारत के बाजारों में दिन पर दिन बढ़ती जा रही है जिसके कारण इस किस्म के भाव में तेजी देखने को मिली है अभिलाष टमाटर के बीज आप बाजार में या कृषि भंडार में आसानी से खरीद सकते हैं या फिर अपने जिले के कृषि विज्ञान केंद्र पर इसकी पूरी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। अभिलाष टमाटर का 10 ग्राम का एक पैकेट आपको ₹500 के आसपास मिल जाता है यह पैकेट आपको नजदीकी कृषि भंडार या कृषि दुकान पर आसानी प्राप्त कर सकते हैं।

फल की तुड़ाई

अभिलाष टमाटर की फसल 65 से 70 दिन में तुड़ाई के लिए तैयार हो जाती है इसकी तुड़ाई फल के कुछ हरापन तथा कुछ लालपन की अवस्था में करनी चाहिए और इस समय पर फलों का आकार गोल और ठोस होता है. या आप अपने बाजार की दूरी के अनुसार भीतुड़ाई कर सकते हैं।

टमाटर में लगने वाले रोग

टमाटर की खेती में अनेक प्रकार के रोग लगते हैं किंतु अभिलाष टमाटर की खेती में रोगों का प्रकोप कम होता है क्योंकि इसमें रोगों से लड़ने की प्रतिरोधक क्षमता पाई जाती है यदि आप टमाटर के रोग और उनके उपचार के बारे में जानना चाहते हैं तो यहां क्लिक करें टमाटर के रोग एवं उपचार

टमाटर के पौधों को सहारा कैसे दे

टमाटर के पौधे को सहारा देने के कई तरीके है आपके लिए सर्वोत्तम विधि आपके पौधों के आकार और आपके पास मौजूद स्थान या आपकी पसंद पर निर्भर करता है.

  1. पिंजरे द्वारा -टमाटर के पौधों को पिंजरो के द्वारा सहारा दिया जाता है यह विभिन्न आकार और आकृति के आते हैं लेकिन यह अधिकांश तार या  प्लास्टिक से बने होते हैं।
  2. जाली द्वारा – टमाटर के पौधे को जाली के द्वारा भी सहारा दिया जाता है जो स्थाई तरीका है यह लकड़ी या धातु या ताल से बनी होती है जाली को जमीन में गाड़ दिया जाता है और पौधों को बड़ा करने के लिए सहारा देते हैं।
  3. स्ट्रिंग – यदि आपके पास कोई अन्य समर्थन नहीं है तो आप एक साधारण सलाखें बनाने के लिए स्ट्रिंग का उपयोग कर सकते हैं इसमें डोरी को दो  डंडो या डंडों के बीच लगाया जाता है जिसको 6 इंच की दूरी पर बांध देती है इसके बाद जैसे-जैसे पौधा बढ़ता जाता है वैसे वैसे तारों के माध्यम से इसे बुनते रहते हैं।

इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है कि आप कौन सी विधि सुनते हैं टमाटर के पौधे को शुरू से ही सहारा देना शुरू कर देना चाहिये। इससे उन्हें बड़ा होने पर गिरने से रोकने में मदद मिलती है. टमाटर के पौधे का भार कम करने के लिए नियमित रूप से छटाई करनी चाहिए।

खेती की पैदावार कैसे बढ़ाए

  1. सही किस्म का चुनाव करें टमाटर की अभिलाष किस्म अच्छा उत्पादन देने वाली प्रजाति है.
  2. अपने क्षेत्र की जलवायु के अनुरूप ही किस्म का चुनाव करें।
  3. टमाटर को अच्छे जल निकास वाली उपजाऊ मिट्टी की आवश्यकता होती है इसलिए बुवाई करने से पहले मिट्टी को खाद या अन्य कार्बनिक पदार्थ जरूर दें.
  4. टमाटर की अच्छी पैदावार के लिए दिन में कम से कम 6 घंटे धूप मिलनी चाहिए।
  5. पौधों की रोपाई करते समय उचित दूरी का ध्यान रखना चाहिए जिससे टमाटर को बढ़ने और फैलने के लिए पर्याप्त जगह मिल सके.
  6. मिट्टी में नमी बनाए रखने के लिए आवश्यकता अनुसार नियमित रूप से पानी देना चाहिए। इसके लिए ड्रिप सिंचाई अच्छी होती है
  7. टमाटर की खेती में 2 से 4 सप्ताह में संतुलित उर्वरक का प्रयोग करें।
  8. टमाटर की खेती विभिन्न प्रकार के कीड़ों और बीमारियों के प्रति संवेदनशील होते हैं इसलिए जो भी समस्या दिखे उसे तुरंत नियंत्रित करने के उपाय अपनाएं
  9. पौधों को सहारा देने के लिए जाली, पिंजरा, या अन्य प्रकार के लकड़ी से बने स्ट्रिंग का प्रयोग करें।
  10. पौधे की शाखा यदि किसी कीट या रोग से क्षतिग्रस्त हो गई हो तो उसे निकाल कर बाहर कर दे.
  11. टमाटर की फसल को पाले से बहुत नुकसान होता है इसलिए अपने पौधों को पंक्ति कवर या अन्य सुरक्षात्मक उपायों से ठंड से बचाना चाहिए।

निष्कर्ष: –

आज आपने अभिलाष टमाटर की खेती (Abhilash Tamatar Ki Kheti) कब और कैसे करें के बारे में जाना जिसमें अभिलाष टमाटर की खेत तैयारी से लेकर कटाई तक पूरी प्रक्रिया बताई गई है यदि अभी भी हमसे कुछ बातें छूट गई हो तो आप हमसे पूछ सकते हैं.

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