जानिए खेत में राख डालने के फायदे|Benefits of Adding Ash To The Field In Hindi

आज हम आपको खेत में राख डालने के फायदे बताएंगे खेत में राख का प्रयोग प्राचीन समय से किया जा रहा है किंतु आज के समय में रख का प्रयोग धीरे-धीरे कम होता जा रहा है राख का प्रयोग करने से बिना किसी खर्च के आप अपने फसल की वृद्धि और विकास में सहायता कर सकते हैं जैसा कि आप जानते हैं लकड़ी या गोबर के जलने के बाद राख की बच जाती है लेकिन कुछ लोगों को इसके फायदे की जानकारी नहीं होने के कारण वह इसको कहीं बेकार जगह पर फेंक देते हैं लेकिन यदि आपको राख के फायदे पता होंगे तो आप राख को कभी भी फेकेंगे नहीं बल्कि अपनी खेती में प्रयोग करेंगे इसके प्रयोग करने से आपको खेत में राख डालने के फायदे मालूम होंगे।

लकड़ी या गोबर के जलने के बाद जो भूरा, सफेद अवशेष बच जाता है उसे ही राख कहते हैं इसमें अनेक प्रकार के पोषक तत्व पाए जाते हैं जिनमें प्रमुख कैल्शियम, पोटेशियम, मैग्नीशियम, फास्फोरस और सल्फर भी होता है जो हमारे खेत या फसल के लिए आवश्यक माइक्रोन्यूट्रिएंट (सूक्ष्म तत्व) प्रदान करती है इसलिए अपने खेत में राख का प्रयोग अवश्य करना चाहिए।

यदि आप जैविक खेती करते हैं तो जैविक खेती करने के लिए राख बहुत फायदेमंद होती है राख को प्रयोग करने से पौधों को सभी आवश्यक पोषक प्रदान हो जाते हैं और आपको खेत में राख डालने के फायदे मालूम होते हैं इसको आप छिड़काव विधि द्वारा या पानी में मिलाकर भी इस्तेमाल कर सकते हैं तो आईए जानते हैं खेत में रख डालने से फसल को क्या-क्या फायदे होते हैं।

खेत में राख डालने के फायदे

  • रोगों की रोकथाम – राख में विभिन्न प्रकार के पोषक तत्व पाए जाते हैं जो पौधे को रोगों से लड़ने में सहायता करते हैं और जब राख को पौधों के ऊपर डाला जाता है तो उड़ने वाले फंगस पौधों की पत्तियों में नहीं घुस पाए हैं जिसके कारण पौधे पर किसी हानिकारक जीवाणु का असर नहीं हो पता है।
  • कीटों की रोकथाम – रख का प्रयोग करने से कीटों की रोकथाम भी की जा सकती है क्योंकि रख में कार्बन और पोटेशियम के साथ चुनाव जैसे महत्वपूर्ण पोषक तत्व भी पाए जाते हैं जो पौधों को कीटों से बचाने में सहायता करते हैं।
  • बीजों की उत्पादन विधि – अपनी फसल में रखा प्रयोग करने से बीजों का अंकुरण जल्दी हो जाता है।
  • पौधों की जड़ों की सुरक्षा – पौधों में विभिन्न प्रकार के पोषक तत्व जैसे पोटेशियम कार्बन कैल्शियम फास्फोरस आदि पाए जाते हैं जिसके कारण पौधों की जड़े मजबूत हो जाती है।
  • राख में पोटैशियम भरपूर मात्रा में पाया जाता है जो पौधे में स्टार्च और शर्करा बनाने में मदद करता है।
  • मिट्टी की गुणवत्ता – रख का प्रयोग करने से मिट्टी की संरचना और मिट्टी की गुणवत्ता में सुधार होता है।
  • पानी का सही उपयोग – रख का उपयोग करने से मिट्टी की जल धारण क्षमता में सुधार होता है।
  • जैविक खेती में सहायक – यदि आप जैविक खेती करना चाहते हैं तो आपके लिए खाद एवं उर्वरक का काम राख ही कर देती है क्योंकि इसमें सभी प्रकार के पोषक तत्व आसानी से मिल जाते हैं और कोई खर्चा भी नहीं होता है।
  • मिट्टी का पीएच मान – रख का प्रयोग करने से मिट्टी के पीएच मान को संतुलित रखा जा सकता है लेकिन बारिश के मौसम में राख का प्रयोग नहीं करना चाहिए।
  • इसका प्रयोग मिट्टी की अम्लता को कम करने के लिए भी किया जा सकता है।
  • यदि आपकी फसल में पाला अधिक पड़ रहा है तो आप राख का छिड़काव कर सकते हैं क्योंकि राख छिड़काव करने से आपकी फसल पाले के प्रकोप से बच जाती है।
  • चीटियों से सुरक्षा – यदि आपकी फसल को चीटियां परेशान कर रही है तो जहां पर या जिस पौधे पर चीटियां दिखाई दे रही है वहां पर रख का छिड़काव करने से चींटीया भाग जाती है।
  • रख का प्रयोग तालाब में भी किया जा सकता है जिसके प्रयोग से अच्छे जलीय पौधों की वृद्धि में भी सुधार होता है।
  • यदि आप अपने खेत में रेगुलर रख का इस्तेमाल कर रहे हैं तो आपकी खेत की भूमि लंबे समय तक उपजाऊ बनी रहती है और उसमें किसी प्रकार का प्रदूषण नहीं होता है।
  • राख एक प्राकृतिक अवशेष होता है जो की पौधों की उचित विकासशीलता और पौधों के पोषण में सुधार करती है।
  • यदि आप किसी दवा का खेत में प्रयोग कर रहे हैं तो उसे दवा के साथ राख को मिलकर भी इस्तेमाल करने से आपकी फसल में अच्छा परिणाम देखने को मिल सकता है।
  • यदि आपकी टमाटर की फसल में कैल्शियम की कमी आ गई है तो भी आप राख का प्रयोग करके कैल्शियम की कमी को दूर कर सकते हैं।
  • यदि आपकी फसल में दीमक का प्रकोप हो गया है तो आपको धान के छिलके की राख का प्रयोग करना चाहिए।
  • राख का प्रयोग आप अपने कृषि औजारों की सफाई करने में भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
  • राख प्रयोग करके आप मुर्गी फार्म या पशुपालन के फर्श को साफ करने के लिए भी कर सकते हैं।
  • आप अपने खेत में घर में किए गए हवन की राख का भी प्रयोग कर सकते हैं।
  • गाय के गोबर की राख जैविक खेती के लिए अत्यंत उपयोगी होती है।
  • राख का प्रयोग करने से खेत को या पर्यावरण को किसी प्रकार का प्रदूषण नहीं होता है और आपकोखेत में राख डालने के फायदे मालूम होते हैं।

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