कम खर्च में बकरी पालन कैसे करें | bakri palan ka tarika 2024

कम खर्च में बकरी पालन कैसे करें | bakri palan ka tarika: बकरी के दूध में आयरन, पोटेशियम आदि लवण की प्रचुर मात्रा पाई जाती है आयरन की मात्रा इसके दूध में गाय की अपेक्षा 10 गुना अधिक होती है अपने औषधीय गुणों के कारण बकरी का दूध बुखार के रोगी, टीवी, अल्सर एवं अतिसार आदि मरीजों के लिए बहुत उपयोगी होता है।

आकार में सबसे बड़ी बकरी की द्वीकाजी नस्ल जमुनापारी है मोहेयर ऊन लिए सुप्रसिद्ध बकरी की नस्लें है विश्व की दूध की रानी स्विट्जरलैंड में जन्मी सानेन बकरी को कहा जाता है।

आज के समय में बढ़ती हुई महंगाई में घर चलाना बहुत ही मुश्किल हो गया है इसलिए पढ़े लिखे बेरोजगार युवा और किसान भाई भी बढ़ती महंगाई से परेशान आकर बकरी पालन को व्यवसाय के रूप में करने लगे हैं और दूसरा कारण यह है कि किसान खेती करने में जितना खर्च कर देता है उतना उसकी मेहनत के बदले उसको फसल का दाम नहीं मिल पाता है।

कम खर्च में बकरी पालन कैसे करें | bakri palan ka tarika 2023

आज इस लेख में कम खर्च में बकरी पालन कैसा करें के बारे में सुझाव देने जा रहे हैं इसकी सहायता से आप कम लागत में अधिक मुनाफा कमा सकते हैं भारतवर्ष में बकरी पालन में प्रथम स्थान राजस्थान का और दूसरा स्थान पश्चिम बंगाल का है।

(bakri palan ka tarika) बकरी निर्धनों की कामधेनु उपमा प्रदान की जाती है भारत बकरियों की संख्या की दृष्टि से विश्व में चीन के बाद द्वितीय स्थान रखता है भारतवर्ष में सर्वाधिक बकरी दूध उत्पादन राज्य क्रमश : राजस्थान उत्तर प्रदेश मध्य प्रदेश तथा गुजरात है।

फसल उत्पादन में जितना आमदनी होती है उससे कहीं ज्यादा बकरी पालन में आमदनी होती है यदि आप बकरी पालन करते हैं तो आप दूध बेचकर मास बेचकर बकरिया बेचकर बकरियों के बच्चे बेचकर बकरियों के बाल बेचकर अनेक प्रकार से आप अधिक आमदनी ले सकते हैं | बकरी पालन के व्यवसाय की बढ़ती रूचि को देखते हैं आज हम इस आर्टिकल में आपको यही बताने जा रहे हैं की 2023 में कम खर्च में बकरी पालन कैसे करें।

बकरी पालन के लिए क्या करें

बकरी पालन (bakri palan ka tarika) का बिजनेस करके आप लाखों रुपया कमा सकते हैं बकरी पालन को शुरू करने से पहले आपको इसकी पूरी और सही जानकारी होना बहुत आवश्यक है जिसे आप ज्यादा से ज्यादा कम समय में इस लेख में हम आपको बकरी पालन की पूरी और सही जानकारी दें नहीं चाह रहे हैं इसके लिए आपको लास्ट तक बने रहना होगा।

भैंस पालन की संपूर्ण जानकारी

बकरियों की नस्लें : –

बकरी पालन (bakri palan ka tarika) व्यवसाय शुरू करने से पहले आपको बकरियों की नस्लों का चुनाव करना चाहिए यह चुनाव आपको अपने व्यवसाय के लक्ष्य के आधार पर करना चाहिए यदि आप दूध के लिए बकरी पालन करना चाहते हैं तो दूध पालन वाली नस्लों का चुनाव करना चाहिए और यदि आप मांस पालन करना चाहते हैं तो आपको मांस पालन वाली नस्लों का चुनाव करना चाहिए नीचे कुछ महत्वपूर्ण नस्लें बताने जा रहा हूं।

बकरी के ऊन के लिए विश्व प्रसिद्ध प्रजाति पश्मीना है जबकि अंगोरा नामक ऊन खरगोश से प्राप्त किया जाता है मांस के लिए बकरी की सर्वश्रेष्ठ प्रजाति बलूची है।

भारतीय बकरी : –

दुधारू : – जमुनापारी, बरबरी, बीटल , झकराना ,

मांस : – ब्लैक बंगाल, कश्मीरी, मालावरी, सिरोही

ऊन : – पशमीना, चिंगु, कश्मीरी

खाल : – ब्लैक बंगाल, मालावरी,  बंगाली

विदेशी बकरियां : –

दुधारू : – सानेन, अंगोरा, मातऊ,  टोगेनबर्ग, बोएरा,  अल्पाइन

मांस : – बोइर, अंगोरा, बोअर

ऊन : – अंगोरा

खाल : – मरांडी

बकरी पालन के लिए स्थान का चुनाव

बकरी पालन (bakri palan ka tarika) करने के लिए सबसे पहले आपको बकरियों के रहने के लिए जगह को तलाश करना चाहिए कृपया निम्न बिंदुओं को देखें।

  • बकरियों की रहने वाली जगह पर जलभराव नहीं होना चाहिए जगह ऊंची होनी चाहिए।
  • जमीन बलवारी होनी चाहिए जिससे कि कीचड़ ना हो।
  • एक बकरी को 12 वर्ग फिट स्थान की जरूरत होती है।
  • फर्श  का ढलान बाहर की तरफ होना चाहिए।
  • अंदर की जमीन की सतह बाहर की जमीन से कम से कम 1 फीट ऊंची होनी चाहिए ताकि बाहर का पानी अंदर नहीं जा सके।
  • फूस या एस्बेस्ट्रस की चादर की झोपड़ीनुमा बनानी चाहिए तथा 2 फीट बाहर निकाल देनी चाहिए जिससे कि धूप कम लगे और बरसात का पानी अंदर ना जाए।
  • 100 बकरियों के लिए 60 फीट x 20 फीट का बाड़ा बनाना चाहिए साथ ही इससे दुगनी तिगनी जगह बकरियों के घूमने के लिए भीतर बाहर आने जाने के लिए होनी चाहिए।

बकरी पालन के लिए शेड कैसे बनाएं

वैज्ञानिक तरीके से बकरी पालन करने के लिए बकरी के आवास प्रबंध करना बहुत जरूरी है-

  • बकरियों के सैड को प्रकार से बनाना चाहिए कि यह चारों तरफ से खुला होना चाहिए जिससे इसमें शुद्ध और ताजा हवा आ सके।
  • प्रतिदिन साफ सफाई करनी चाहिए जिससे किसी प्रकार की बीमारी ना  नहीं फैले।
  • बाड़े को हमेशा ऊंचे स्थान पर बनाना चाहिए जिससे बारिश का पानी अंदर ना जाए और जलभराव की समस्या ना हो।
  • बकरी के आवाज की लंबाई वाली भुजा हमेशा पूर्व और पश्चिम दिशा में रखनी चाहिए।
  • भाड़े का फर्ज कच्चा तथा रेतीला होना चाहिए।
  • और समय-समय पर बुझे हुए चूने का छिड़काव भी करना चाहिए।
  • वर्ष में दो से तीन बार बाड़े की मिट्टी बदलनी चाहिए।
  • सो बकरियों के लिए भाड़ा 20 x 6 वर्ग मीटर ढका रहना चाहिए।
  • 12 x 20 वर्ग मीटर खुला हुआ होना चाहिए।
  • बकरा बकरी तथा मेमनों को ब्याने के बाद अलग-अलग बालों में रखना चाहिए।

बकरियों में आहार प्रबंध

बकरी (bakri palan ka tarika)के अच्छे दूध उत्पादन और मांस उत्पादन के लिए अच्छे चारे की व्यवस्था करनी चाहिए जैसे- सूखे भूसे में हल्का पानी का छिड़काव करना चाहिए गेहूं का भूसा बकरियों के लिए बहुत अच्छा माना जाता है।

बकरियों को गेहूं के आटे के चोकर या चना देना चाहिए और उसमें कुछ मात्रा चने और अरहर की भूसी की भी मिला देनी चाहिए तथा गेहूं के कुछ दाने मिला देने से बकरियां इन्हें बहुत चाव से खाना पसंद करती है इससे उनका वजन बहुत तेजी से बढ़ता है।

जानिए मुर्गी पालन की संपूर्ण जानकारी

बकरी पालन के लाभ

  1. बकरी पालन करना अन्य बड़े जानवरों की तुलना में बहुत आसान होता है।
  2. इसको शुरू करने के लिए कम जगह की आवश्यकता होती है।
  3. बकरियों के लिए चारे की व्यवस्था आसानी से हो जाती है।
  4. बकरियों के पालन से मांस और दूध दोनों प्राप्त हो जाती है।
  5. बकरियों का पालन राजस्थान जैसे सूखे क्षेत्रों में भी किया जा सकता है।
  6. लोगों को रोजगार मिलता है।
  7. बकरी पालने पर कोई भी धार्मिक प्रतिबंध नहीं है।
  8. बकरी अन्य जवानों की तुलना में तेजी से बढ़ती है।
  9. बकरियों का दूध डेंगू जैसी खतरनाक बीमारियों को ठीक करता है।
  10. इसका दूध गाय और भैंस के दूध से ज्यादा महंगा बिकता है।
  11. बकरी या आसानी से सर्दी और गर्मी को सहन कर सकती है।
  12. पशमीना प्रसिद्ध प्रजाति से ऊन प्राप्त होती है।
  13. बकरी पालन से खाल, बाल, और रेशो का भी व्यापार किया जाता है।
  14. बकरियों का स्वभाव बहुत शांत होता है।
  15. बकरी बच्चा जनने के लिए कम समय में ही तैयार हो जाती है।
  16. यह हर साल 2 से 5 बच्चे देती है।
  17. बकरी का दूध मनुष्य की इम्युनिटी को बढ़ाता है।

बकरी पालन से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण FAQ

प्रशन: बकरी पालन लोन मेरठ, उत्तर प्रदेश

उत्तर: आपको मेरठ उत्तर प्रदेश में बकरी पालन लोन लेने के लिए सबसे पहले एक एप्लीकेशन लिखना होगा इस एप्लीकेशन को आपको विकासखंड के पशु चिकित्सा अधिकारी के पास जाकर जमा करना होगा यदि आप मेरठ के रहने वाले हैं तो आप कृषि विश्वविद्यालय मोदीपुरम में जाकर पूरी जानकारी लें सकते हैं।

प्रशन: एक बकरा कितने दिन में तैयार हो जाता है?

उत्तर: एक बकरे को मांस के लिए तैयार होने में लगभग 12 से 15 माह का समय लगता है।

प्रशन: बकरी कहा से खरीदे

उत्तर: आप अपने स्थानीय पशु बाजार या पशु विक्रेताओं से या कृषि विश्वविद्यालय के मेलो में से बकरियों की खरीदारी कर सकते हैं या आप इंटरनेट पर अन्य पशु बाजारों के बारे में जानकारी ले सकते हैं।

प्रशन: बकरे को मोटा करने की दवा

उत्तर: यदि आप बकरों को जल्दी मोटा करना चाहते हैं तो 3 से 6 महीने तक प्रोटीन युक्त आहार देना चाहिए इसके अलावा उन्हें कृमिहरण (डिवार्मिंग)  गोलियां भी देनी चाहिए।

प्रशन: बकरियों के लिए सबसे सस्ता चारा कौन सा है?

उत्तर: आप अपनी बकरियों को दूब घास भी खिला सकते हैं क्योंकि यह सबसे सस्ती होती है और इसमें सभी प्रकार के पोषक तत्व पाए जाते हैं।

निष्कर्ष : –

हम आशा करते हैं कि आपके समक्ष प्रस्तुत किए गये लेख कम खर्च में बकरी पालन कैसे करें | Bakri palan ka Tarika जानकारी को पढ़ने के बाद जान गए होगे की कम खर्च में बकरी पालन कैसे करते हैं अगर यह जानकारी आपको अच्छी लगी हो तो इसे अपने मित्रों के साथ साझा जरूर करें।

साथ ही अपने सुझाव विचार या खेती से जुड़ी किसी भी प्रकार के प्रश्न को कमेंट में पूछना ना भूले खेतीबाड़ी से जुड़ी इस प्रकार की रोचक लाभकारी पोस्ट पढ़ने के लिए कृपया हमारी वेबसाइट agriculturetree.com जरूर विजिट करें, धन्यवाद।

इन्हें भी पढ़ें: –

Leave a Comment